हाथ का संपूर्ण ज्ञान : Palmistry

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हस्त रेखा : संपूर्ण जानकारी


हस्त रेखा एक प्राचीन भारतीय ज्ञान है जो आपके हाथ के आकार , उंगली और अंगूठा आकर , आपके नाखून किस प्रकार के है और हाथो में बनी लकीर से आपका भविष्य और वर्तमान सब की जानकारी मिलती है । आपके का स्वास्थ, स्वभाव, और जीवन की जानकारी आपकी लकीर में होती है । 

हस्तरेखा का इतिहास 

हस्त रेखा का इस्तीमाल बहुत पहले से किया जाता है भारत में तो वैदिक काल से ही हस्तरेखा का वर्णन मिलता है । वेदों में हस्त रेखा का सीधा वर्णन तो नही मिलता पर जो शास्त्र वेदों से उत्पन्न हुए है उनमें अवश्य वर्णन मिलता है । 

 

1) रामायण में वर्णन :वाल्मिकी जी की रामायण में भगवान श्री राम का रूप (शरीर) का वर्णन मिलता है । उसी प्रकार हनुमान जी शरीर का वर्णन भी मिलता । समुंद्र शास्त्र के हिसाब के अनुसार मिलता है । जिससे पता चलता है की हस्त रेखा बहुत समय से भारत में ।

2) इसी प्रकार महाभारत में भीष्म पितामह कही बारसगुन अपसगुन के बारे में बताते है युद्ध भूमि से पहले बो भी समुंद्र शास्त्र के अनुसार हालांकि महाभारत में भी सीधा वर्णन नहीं मिलता ।

3) सामुद्रिक शास्त्र : इस शास्त्र संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हस्तरेखा की और संपूर्ण शरीर की भी । यह ग्रंथ कितना पुराना है इसकी सटीक जानकारी देना संभव नहीं है पर यह वेदों से उत्पन्न हुआ है । तो वैदिक काल का है ।

4) हस्त रेखा का वर्णन रामायण , महाभारत , सामुद्रिक शास्त्र के अलावा विष्णु पुराण , स्कंद पुराण , भविष्य पुराण और अन्य ग्रंथों में मिलता है । भारत के अलावा चीन , मिस्र और यूनान में भी मिलता है। चीन में मानना है उनके यह ज्योतिष शास्त्र चीन में 2500 से 3000 से चल रहा है ।

हस्त रेखा में कितनी सच्चाई

हस्त रेखा पर सच्चाई पर अलग अलग धारणाएं है कोई भी ज्ञान की सच्चाई के बारे जानने हो उसके बारे जानकारी होना आवश्यक है उसके बाद उसको परखना पड़ता है । कोई भी ज्ञान परीक्षण से पहले उसे सच्चा या झूठा बोला नही जा सकता । 2020 में कोरोना के समय वैक्सीन लगवाई थी उससे साइड इफेक्ट की खबर आ रही है तो क्या मान ले की साइंस की बाते झूठी है । विज्ञान में परीक्षण होता है उसके बाद और विज्ञानिक नया परीक्षण करते है तो पिछले परीक्षण गलत निकलता है और इस प्रकार विज्ञान तरक्की करता है । हस्त रेखा का विज्ञान हजारों सालों से है । जो अभी हमे किताब रूप में ही मिलता है । जिसे हम अगर सही से समझ जाए तो हस्त रेखा की भविष्य वाणी सही से कर सकते । अगर नहीं समझ पाए तो भविष्य वाणी नही कर सकते । ना तो अभी समय में इसका विद्यालय है और नाही इसका परीक्षण केंद्र है ।

हस्तरेखा जानने की सरल विधि

हस्त रेखा का ज्ञान बहुत कठिन पर आप इन पांच रेखा देख कर अपने दोस्त , परिवार जन के बारे बता सकते है । इन पांच रेखा से आपको समूर्ण ज्ञान तो नही पर आरंभ में ही बहुत सारा ज्ञान मिल जाएगा यह पांच रेखा आपको किसी भी व्यक्ति के बारे में उसका स्वभाव , वह सोचता कैसे है , उसकी स्वास्थ , और उसका भाग्य कैसा है इसके बारे आप पता कर सकते है । सबसे पहले ध्यान रखना होता है पुरुषों का हाथ हमेशा दायां देखा जाता है। और महिलाओं का बायां हाथ देखा जाता है । 

• हस्तरेखा देखते ध्यान दे की हाथ पर सही से रोशनी आ रही हो ।

 • हाथ , उंगली और अंगूठा का आकर , नाखून पर भी ध्यान रखना है। 

 • कोनसा छेत्र किस ग्रह का फोटो में देखकर ग्रह के बारे में भी जानकारी होनी चाइए।

 • हाथ की रेखा को कुंडली और अंक ज्योतिष से मिलाए फिर आगे बड़े।

 • हस्त रेखा का आप 20 से 35 % का ज्ञान हो जायगा अगर आप इन पांच रेखा सही से सिख जाए तो जीवन रेखा ,स्वास्थ्य रेखा, मस्तिष्क रेखा, भाग्य और हृदय रेखा।

जीवन रेखा (Life line)

१) जीवन की रेखा तर्जनी उंगली से कलाई तक जाती है । जीवन रेखा नाम से पता चलता है की यह रेखा जीवन के बारे में बताती है । जीवन रेखा अगर किसी छोटी है तो इसका मतलब ये की वह कम जिएगा और बड़ी है तो ज्यादा जिएगा। जितने छोटी रेखा होगी उतना ही अच्छा होता है जीवन रेखा में और बड़ी जीवन तो उतना ही ज्यादा खतरा होता है ।


२) जीवन रेखा और मास्तिक रेखा साथ निकलती है तो वह व्यक्ति कार्य बहुत सही तरीके से करता है । अगर रेखा साथ नही निकलती तो वह व्यक्ति आत्म विश्वासी होगा बोलने में अच्छा होगा ।


३) जीवन रेखा बहुत कठिन है क्योंकि जीवन इतना विस्तृत है हमारी सारी यात्रायें उसी अकेली रेखा के में समायी हुई है।आपके जीवन रेखा द्वारा जितनी अधिक सीमा बनेगी उतना ही शुक्र क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा ।


४) अगर आपकी जीवन रेखा एक लाइन में नही है । टूटी है तो मानसिक तौर पर तकलीफ रहेगी और चीड़ चिडा व्यक्तिव होगा।जीवन रेखा, हृदयरेखा, शीर्ष रेखा साथ निकलती है तो यह बहुत दुर्भाग्य की बात है ।


५) बृहस्पति क्षेत्र से शुरु होने पर व्यक्ति जीवन के शुरू से बहुत महत्वाकांक्षी होगा ।


६) जीवन रेखा से निकलकर ऊपर और जाति रेखाएं आर्थिक लाभ का संकेत करती है ।


७ ) कोई भी रेखा अगर जीवन रेखा से होकर सूर्य छेत्र की और जाए यह विशेष गुण का संकेत है ।


८) अगर जीवन रेखा के नीचे दो हिस्सों में बहुत दूरी होगी उस व्यक्ति की मृत्यु अपने जन्म स्थान पर नही होगी ।


९) अगर जीवन रेखा को कोई भी रेखा शुरूबात में ही काट रही है उसे सांस,फेपड़े जैसी बीमारी हो सकती है । 

सारांश

हस्त रेखा देखने से पहले व्यक्ति का स्वभाव कैसा है । हस्त रेखा देखते समय जल्दबाजी न करे शुरू में जताने ज्ञान है उसी हिसाब से रेखाएं देखे हाथ पढ़वाना वाला सवाल क्या पूछ रहा उस हिसाब से जवाव दे ध्यान रखे की शुरू में सब ज्ञान नही मिलता परीक्षण ही सबसे जरूरी हिस्सा होता है । भगवान श्री राम जी के अनन्य भक्त तुलसी दास जी कहा था " करत करत अभ्याश जड़ मत होत सुजान" हस्त रेखा में हाथ कैसा दिखता है उंगली छोटी बड़ी और नाखून ,अंगूठा भी जानकारी जरुरी है उसे बाद हाथ में कोन सा स्थान किस ग्रह और राशि का क्षेत्र है वह भी जानकारी रखना है फिर रेखाएं के बारे जानना है । इस सबके बाद यह ज्ञान का परीक्षण करे पहले अपने दोस्त परिवार से शुरु करे इसके बाद कुंडली और अंक शास्त्र से भी मिलन करे की आपकी भविष्य वाणी सच है की नही । पको जानकारी कैसी लगी मुझे कॉमेंट में अवश्य अपना सुझाव दे ।







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